आज से लगभग तीन दशक पूर्व भिण्ड जिले का पूरा भूभाग बर्षा के पानी के ऊपर निर्भर था इसलिए यहॉं के किसान उन फसलों को तरजीह देते थे जिनको सिंचाई की जरूरत न हो अतएव बाजरा की फसल यहॉं के किसानो की पहली पंसद रही है। इस क्षेत्र में पैदा होने वाला बाजरा दूर- दूर तक मशहूर है। यहॉं के लोग बाजरा का उपयोग भिन्न-भिन्न प्रकार के खाद्ध पदार्थ व पकवान यथा बाजरा के लडडू, बाजरा की रोटी, महेरी इत्यादि बनाकर करते है
बाजरा
प्रकार:  
प्राकृतिक
फसलें
![Millet बाजरा](https://cdn.s3waas.gov.in/s3fde9264cf376fffe2ee4ddf4a988880d/uploads/bfi_thumb/20190611100-olwdxk96poqquvuthy9xd58s0yvxmvwyesjh4ss98m.jpg)