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बाजरा

प्रकार:  
प्राकृतिक फसलें
बाजरा

आज से लगभग तीन दशक पूर्व भिण्ड जिले का पूरा भूभाग बर्षा के पानी के ऊपर निर्भर था इसलिए यहॉं के किसान उन फसलों को तरजीह देते थे जिनको सिंचाई की जरूरत न हो अतएव बाजरा की फसल यहॉं के किसानो की पहली पंसद रही है। इस क्षेत्र में पैदा होने वाला बाजरा दूर- दूर तक मशहूर है। यहॉं के लोग बाजरा का उपयोग भिन्न-भिन्न प्रकार के खाद्ध पदार्थ व पकवान यथा बाजरा के लडडू, बाजरा की रोटी, महेरी इत्यादि बनाकर करते है