वनखंडेश्वर मंदिर
भगवान शिव को समर्पित, वनखंडेश्वर मंदिर को भारत के सबसे पुराने मंदिरों में से एक माना जाता है, ऐसा माना जाता है कि इस शिव मंदिर का निर्माण बर्ष 1175 ई. में राजा प्रथ्वीराज चौहान द्वारा कराया गया था । एक लौ है, जिसे ‘अखण्ड ज्योति’ या ‘शाश्वत लौ’ कहा जाता है, ऐसा माना जाता है कि यह निरंतर प्रज्वलित हो रही है। हर सोमवार, मंदिर में ‘महाआरती’ होती है और महाशिवरात्रि उत्सव के दौरान हर साल यहां एक बड़ा मेला आयोजित किया जाता है।
फोटो गैलरी
कैसे पहुंचें:
हवाई मार्ग द्वारा
निकटतम हवाई अड्डा ग्वालियर है, जो भिंड से लगभग 75 किमी दूर है|
ट्रेन द्वारा
नजदीकी रेलवे स्टेशन भिंड रेलवे स्टेशन है।
सड़क के द्वारा
वनखंडेश्वर मंदिर भिंड मुख्यालय में ही स्थित है। श्रद्धालु भिंड बस स्टैंड तक पहुँच सकते हैं जो क्रमशः ग्वालियर और इटावा से लगभग 75 किमी और 40 किमी दूर है। बस स्टैंड से वनखंडेश्वर मंदिर तक जाने के लिये तिपहिया वाहन आसानी से मामूली किराए पर उपलब्ध हैं।